जेएलएफ 2026 : ओल्गा टोकार्चुक और बानू मुश्ताक समेत 350 वैश्विक साहित्यिक हस्तियां होंगी शामिल
नयी दिल्ली. नोबेल पुरस्कार विजेता ओल्गा टोकार्चुक, बुकर पुरस्कार विजेता बानू मुश्ताक, शतरंज के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद, ब्रिटिश अभिनेता और लेखक स्टीफन फ्राई और पूर्व राजनयिक-लेखक गोपाल कृष्ण गांधी उन 350 वक्ताओं में शामिल हैं जो 15 जनवरी से शुरू हो रहे जयपुर साहित्य महोत्सव (जेएलएफ) के 19वें संस्करण में भाग लेंगे। आयोजकों ने सोमवार को यह घोषणा की। “दुनिया का सबसे बड़ा साहित्यिक शो” कहे जाने वाले इस महोत्सव का आयोजन 15 जनवरी से 19 जनवरी तक जयपुर के होटल क्लार्क्स आमेर में होगा। इस महोत्सव में श्रोताओं को 350 वक्ताओं को सुनने का अवसर मिलेगा जो कथा साहित्य, कविता और इतिहास से लेकर कला, विज्ञान, गणित, चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य तक के विविध विषयों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। जेएलएफ में जलवायु परिवर्तन, व्यापार, भू-राजनीति और संघर्ष, लैंगिकता, अनुवाद, सिनेमा, नस्ल और पहचान जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक विषयों पर भी गहराई से चर्चा की जाएगी। प्रसिद्ध इतिहासकार और महोत्सव के सह-निदेशक विलियम डेलरिम्पल ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा, “जेएलएफ लिखित शब्दों और मौखिक परंपराओं का उत्सव है, जो कहानियों और साहित्य से मिलती प्रेरणा और पीढ़ियों से उसके जुड़ाव की शक्ति का प्रमाण है।” उन्होंने कहा, ‘‘इस वर्ष, जब हम एक बार फिर गुलाबी नगरी में एकत्रित हो रहे हैं, तो हम दुनिया भर के प्रतिभाशाली लेखकों, विचारकों और स्वप्नदर्शियों का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। यह साहित्य का एक ऐसा उत्सव है जो लेखन और पठन, दोनों के विचारों को प्रज्ज्वलित करता है।” इस बार वक्ताओं की सूची में उपन्यासकार शोभा डे, प्रसिद्ध पौराणिक कथाकार आनंद नीलकांतन, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता अनुराधा रॉय, वरिष्ठ फिल्म समीक्षक भावना सोमाया और प्रसिद्ध लेखक मनु जोसेफ, रुचिर जोशी, केआर मीरा जैसी प्रसिद्ध भारतीय हस्तियां शामिल हैं। उनके साथ ब्रिटिश इतिहासकार एलेनोर बैराक्लो, लोकप्रिय लेखिका हैली रूबेनहोल्ड, प्रसिद्ध कला ‘क्यूरेटर’ हेलेन मोल्सवर्थ, जीवनी लेखक जॉन ली एंडरसन, चीनी-ब्रिटिश लेखक जंग चांग, उपन्यासकार केट मोसे और लेबनानी पत्रकार व लेखिका किम घटास जैसे प्रशंसित अंतरराष्टीय नाम शामिल हैं। लेखिका और महोत्सव की सह-निदेशक नमिता गोखले ने कहा, “जेएलएफ में हमारे सत्र और विषय संस्कृतियों और महाद्वीपों को छूते हैं, साथ ही भारतीय भाषाओं और साहित्य की समृद्ध विविधता पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हैं। हम अपनी दुनिया की बदलती वास्तविकताओं, भू-राजनीतिक ज्वलंत मुद्दों, एआई की उभरती वास्तविकताओं, भाषा की अभिव्यक्ति और साहित्यिक स्वरूपों की पड़ताल करते हैं।” हमेशा की तरह ही जेएलएफ में जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) के 13वें संस्करण का भी आयोजन किया जाएगा जो प्रकाशकों, साहित्यिक एजेंटों, अनुवादकों और लेखकों के लिए अग्रणी ‘‘बी2बी प्लेटफॉर्म” है और उद्योग सहयोग और वैश्विक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है।