जयपुर. दीवाली का त्योहार नजदीक आ गया है. हर साल की तरह इस बार भी एयरलाइंस कंपनियों ने मौके का फायदा उठाकर किराये में मनमानी बढ़ोतरी शुरू कर दी है. जयपुर से जिन शहरों का किराया सामान्य दिनों में 5 से 8 हजार था वो अब दो से पांच गुना तक बढ़ गया है. त्योहार से ठीक पहले फ्लाइट्स के किराये में हुई यह बढ़ोतरी आपके सफर का बजट बिगाड़ सकती है. ट्रेनों में रिजर्वेशन फुल हो चुके हैं. अब यात्रियों के पास फ्लाइट्स के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. लिहाजा उन्हें एयरलाइंस कंपनियों को मुंहमांगे दाम देने पड़ रहे हैं.
मुंबई का किराया 27 हजार रुपये के पार हो चुका है
लिहाजा एयरलाइंस कंपनियां मौके की नजाकत को भांपते हुए किराये में बेतहाशा वृद्धि कर रही है. अकेले जयपुर से मुंबई के किराये की बात करें तो पिछले साल दीवाली पर जयपुर से मुंबई का अधिकतम किराया 20 हजार रुपये था. लेकिन इस साल ये किराया 27 हजार रुपये को पार कर चुका है. ये हालात तब हैं जब जयपुर से मुंबई के बीच नियमित तौर पर 9 फ्लाइट चलती है. आम दिनों में मुंबई से जयपुर आने के लिए हवाई किराया 5 हजार से लेकर 6500 रुपये के बीच रहता है. लेकिन 17 अक्टूबर को यानी धनतेरस से एक दिन पहले जयपुर आने के लिए किराया 16500 रुपये लग रहा है. बेंगलूरु से जयपुर आने की भी बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है. ये किराया अब 26 हजार रुपये तक पहुंच गया है.
17 अक्टूबर को विभिन्न शहरों से जयपुर की फ्लाइट्स का किराया
मुंबई से जयपुर : एयर इंडिया एक्सप्रेस की 2 फ्लाइट. किराया 16500 से 19185 रुपये. इंडिगो की 4 फ्लाइट किराया 19184 से 20941 रुपये. एयर इंडिया की 3 फ्लाइट किराया 26038 से 27079 रुपये तक.
बेंगलूरु से जयपुर : 6 फ्लाइट मौजूद है. एयर इंडिया एक्सप्रेस की 2 फ्लाइट है. किराया 22069 रुपये. इंडिगो की 4 फ्लाइट है. किराया 25373 से 25583 रुपये तक.
पुणे से जयपुर : 3 फ्लाइट है. एयर इंडिया एक्सप्रेस का किराया 16500 रुपये. इंडिगो फ्लाइट का किराया 17149 रुपये. स्पाइसजेट का किराया 18199 रुपये.
हैदराबाद से जयपुर : 5 फ्लाइट है. एयर इंडिया एक्सप्रेस की 2 फ्लाइट है. किराया 11715 से 14533 रुपये. इंडिगो की 3 फ्लाइट है. किराया 12022 से 14752 रुपये तक.
चेन्नई से जयपुर : केवल इंडिगो की एक फ्लाइट है. इसका किराया 18541 रुपये है.
गोवा से जयपुर : केवल इंडिगो की एक फ्लाइट है. इसका किराया 18696 रुपये है.
यह तो सिर्फ बानगी है बाकी दिनों के भी हालात बुरे हैं
यह तो एक दिन की बानगी है. दिवाली तक ही बल्कि त्योहार मनाकर वापस जाने वालों को भी टिकट की भारी भरकम रकम चुकानी होगी. एयरलाइंस कंपनियां मौके को जमकर भुना रही है. अब सवाल ये उठता है कि DGCA जो हवाई किरायों को नियंत्रण में रखता है वो इस समय क्या कोई रोक लगाएगा या हर साल की तरह इस बार भी दीवाली तक एयरलाइंस कंपनियां मनमाना किराया वसूल करेंगी. यात्री के पास फिलहाल ट्रेन का विकल्प नहीं है. क्योंकि लंबी दूरी की सभी ट्रेनों में रिजर्वेशन फुल हो चुका है. रेलवे जो नई ट्रेनें चला रहा है उनकी बुकिंग भी खुलते ही फुल हो रही है. ऐसे में दूर दराज से घर आने वाले यात्रियों के पास 5 गुणा किराया देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.