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छत्तीसगढ़ के कांकेर में BSF कैंप में राजमन मंडवी और राजू सलाम के नेतृत्व में 50 माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें 32 महिलाएं और 18 पुरुष शामिल हैं.

सरकार की नक्सलवाद विरोधी मुहिम में एक बड़ी सफलता सामने आई है. बुधवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कोयलीबेडा, कामतेरा में BSF 40 बटालियन कैंप में 50 माओवादी कैडरों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया. इस समूह में दो वरिष्ठ स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर भी शामिल थे. आत्मसमर्पण करने वालों में 32 महिलाएं और 18 पुरुष थे. इस समूह का नेतृत्व माओवादी नेता राजमन मंडवी और राजू सलाम कर रहे थे. गृहमंत्री अमित शाह ने इसे नक्सलवाद के खात्मे में ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया. उन्होंने कहा, देश में अब सिर्फ तीन जिले रह गए हैं, जहां थोड़े बहुत नक्सली बचे हैं. 31 मार्च तक या तो ये भी सरेंडर कर देंगे या फिर इनका सफाया हो जाएगा.
भारी हथियार बरामद
कैडरों ने 39 हथियारों का एक बड़ा जखीरा भी सौंपा
7 AK-47 राइफलें
2 SLR (सेल्फ-लोडिंग राइफलें)
4 INSAS राइफलें
1 INSAS LMG (लाइट मशीन गन)
1 स्टन गन
12 .303 राइफलें
1 BGL (बैरेल ग्रेनेड लांचर)
5 12-बोर राइफलें
6 सिंगल-शॉट राइफलें
Historic milestone in eliminating Naxalism.
Today, number of most affected districts reduced from 6 to just 3, and affected districts to 11 from 18.Under Modi Ji’s vision for a terror-free India, tireless counter-insurgency operations and people-centric development are…
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) October 15, 2025